Currently browsing:- Short Stories in Hindi


लघुकथाऐं विडंबना और सच्‍चा मित्र!

विडंबना संस्‍था के अधिकारी ने एक मीटिंग की। सभी सदस्‍य उपस्थित हुए। यह निर्णय लिया गया कि अपने परिसर को हरा भरा रखने का दायित्‍व हम सब का है। इसके लिए कुछ कार्य योजना…

दो लघुकथाएँ “मालिक” और “प्रेम के मायने”

लघुकथा – मालिक किसान ‘ज़मीदार’ होता है, ज़मीन का मालिक। लेकिन इसका अहसास कितने लोगों को होता है ? नत्‍थूराम के दोनों बेटे क़ाबिल थे। बड़ा बेटा रोहित एम.ए. करने के पश्‍चात प्रतियोगी परीक्षा…

तीन लघु कथाएं – Short Moral Story for Students in Hindi

तीन लघु कथाएं 1- ईमानदारी – महेश राजा 2- प्रवचन – शुभम बैश्‍णव 3- पश्‍चाताप की अग्नि – शांतिलाल सोनी ईमानदारी – महेश राजा थ्री टीयर, स्‍लीपर कोच के पास बड़ी भीड़ थी। जैसे…

Motivational Story in Hindi Baade Ki Keel Ne Bataya

बाड़े की उस कील ने बताया गुस्‍से का प्रभाव!!

बहुत समय पहले की बात है, एक गाँव में एक लड़का रहता था। वह बहुत गुस्‍सैल था, छोटी-छोटी बात पर अपना आपा खो बैठता और लोगों को भला-बुरा कह देता। उसकी इस आदत से…

दो लघु कथाएँ – अन्‍नदाता का अधिकार & वे चार।

कथा 1 – अन्‍नदाता का अधिकार मिश्राजी अपने दोस्‍त के यहां आए थे। उनकी बेटी से बोले- ‘बेटा अब एमबीबीएस कंप्‍लीट होने के बाद आपको सरकारी अस्‍पताल में जॉइनिंग मिल गई है। पोस्टिंग कहां…

Tohfa Savita Mishra Short Story in Hindi

तोहफा – सविता मिश्रा

तोहफा -सविता मिश्रा डोरबेल बजी जा रही थी। रामसिंह भुनभुनाए ‘इस बुढ़ापे में यह डोरबेल भी बड़ी तकलीफ देती है। ‘दरवाजा खोलते ही डाकिया पोस्‍टकार्ड और एक लिफाफा पकड़ा गया। लिफाफे पर बड़े अक्षरों…

नसीहत – लघुकथा

नसीहत मुंबई स्‍टेशन पर खड़ी ट्रेन का इंजतार कर रही थी। मैं प्‍लेटफॉर्म पर बैठी पत्रिका पढ़ने का प्रयास कर रही थी। एक बच्‍चे की गिड़गिड़ाहट ने तन्‍मयता भंग की। सुबू को भूक्‍खा हैं…

Laghu Katha in Hindi with Moral

पढे़ं दो लघुकथाएं असली चेहरा और ज्ञान!

असली चेहरा! अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस पर सोसाइटी की चार वायोव़द्ध महिलाओं को संमानित करके सोसाइटी के सचिव भरत जी ने तमाम महिलाओं के मन में अपनी एक खास जगह बना ली थी। अपने उद्बोधन…

Basi Roti Heart Touching Short Story in Hindi

बासी रोटी! – हृदय को छूने वाली एक छोटी कहानी!

रात के दो बजे एक कुत्ता झोपड़ी के आगे उदास बैठा था! दूसरा कुत्ता आया और बोला:- रोज तो खूब भौकता है, आज चुप क्‍यों बैठा है? उदास कुत्ता बोला:- रोटी तो कई बार…

Gunj Laghu Katha in Hindi

गूंज – लधु कथा!

बीती रात तनाव भरी गुजरने की वजह से सुबह आंख करीब दस बजे खुली। बच्‍चे कॉलेज जा चुके थे। बॉस के शब्‍द अभी भी उसके कानों में गूंज रहे थे ” प्रकाश जी आप…

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