तोहफा -सविता मिश्रा डोरबेल बजी जा रही थी। रामसिंह भुनभुनाए ‘इस बुढ़ापे में यह डोरबेल भी बड़ी तकलीफ देती है। ‘दरवाजा खोलते ही डाकिया पोस्टकार्ड और एक लिफाफा पकड़ा गया। लिफाफे पर बड़े अक्षरों…
एक वृध्द व्यक्ति अपने बहु-बेटे के यहाँ शहर रहने गया। उम्र के इस पड़ाव पर वह अत्यंत पड चुका था, उसके हाथ कांपते थे और दिखाई भी कम देता था। वो एक छोटे से…
एक बेटा अपने बूढ़े पिता को वृद्धाश्रम एवं अनाथालय में छोड़कर वापस लौट रहा था… . . उसकी पत्नी ने उसे यह सुनिश्चत करने के लिए फोन किया कि पिता त्योहार वगैरह की छुट्टी…
एक दोस्त हलवाई की दुकान पर मिल गया। मुझसे कहा- आज माँ का श्राद्ध है, माँ को लड्डू बहुत पसन्द है, इसलिए लड्डू लेने आया हूँ! मैं आश्चर्य में पड़ गया, अभी पाँच मिनिट…