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पढ़ें सालों से अपनायी जाने वाली होम रेमेडीज़, घरेलू नुस्खों से कैसे कर सकते हैं असाध्य बीमारियों का ईलाज Home Remedies in Hindi के फायदे, Gharelu Nuskhe in Hindi,
प्याज लगभग हर प्रकार के व्यंजन की जान होती है। खाने का जायका बढ़ाने वाली प्याज सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है, इसीलिए तो खाने के अलावा प्याज को सलाद तक में भरपूर इस्तेमाल किया जाता है। तो वहीं कुछ लोगों की समस्या होती है कि प्याज खाने के बाद मुंह से बदबू आने…
अपने घर जैसा आराम और सुकून किसी जगह नहीं मिलता। ऐसे में जब कोरोना वायरस की वजह से हम घर में ज्यादा से ज्यादा समय बिता रहे हैं तो जरूरी है कि इसके माहौल को खुशनुमा किया जाए। यों भी इस वायरस की वजह से कई लोग डिप्रेशन, तनाव और चिंता से जूझ रहे हैं।…
इन दिनों सर्दी का प्रभाव तेज है। तेज सर्दी जहां ठिठुरन पैदा कर देती है, वहीं बीमारियों का कारण भी बनती है। तेज सर्दी की वजह सर्दी, जुकाम, गले में खराश आदि के मामले भी अधिक देखने को मिलते है। खांसी और गले में खिचखिच तो मानो इस मौसम में आम बात है। लेकिन यह…
सर्दी के मौसम में ठंडी हवा लगने से न केवल बुखार और सर्दी-जुकाम की समस्या होती है बल्कि गला खराब और उसमें दर्द होना आम बात है। यह केवल ठंडी चीजों के खाने से नहीं होता बल्कि ज्यादा गर्म खाने से भी हो सकता है। गले में संक्रमण की वजह वायरल माना जाता है लेकिन…
होम्योपैथी से- खानपान में बदलाव से पथरी की समस्या तेजी से बढ़ रही हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो देश में करीब 80 लाखलोगों को यह समस्या है। इसमें सर्जरी का जरूरत पड़ती है। लेकिन होम्योपैथी इलाज से न केवल सर्जरी से बचाव संभव है बल्कि बार-बार पथरी नहीं होती है। स्टोन मुख्य रूप से…
गर्दन का दर्द दूर करने के लिए विटामिन बी कॉम्प्लैक्स लें, यह इंफ्लेमेशन को दूर करता है। गर्दन का दर्द कई कारणों से हो सकता है जैसे विकृत होते है डिस्क संबंधी रोग, गले में अकड़न, झुनझुनी, विप्लेश, हरनिएटेड डिस्क के कारण गर्दन का चोटिल होना या स्नायु में ऐंठन। गले के वायरस संक्रमण जैसे…
बथुआ (Bathua / चाकवत) कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। डॉक्टरों के मुताबिक इसमें आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह रुचिकर, पाचक, रक्तशोधक, दर्दनाशक, त्रिदोषशामक, शीतवीर्य तथा बल एवं शुक्राणु वर्धक है। बथुआ की साग को नियमित रूप से खाने से कई रोगों को जड़ से तक समाप्त किया जा सकता है।…
तिल 3 प्रकार के होते है। सफेद, काले और लाल। आयुर्वेद के अनुसार सभी तिलों की किस्मों में काले तिल सर्वश्रेष्ठ हैं। ऐसे में कई औषधियों के निर्माण में काले तिल का सबसे ज्यादा प्रयोग होता है। इसमें कैल्शियम काफी होता है और इसके तेल से बने पदार्थ बेहद उपयोगी होते है जो खासकर बच्चों…
अलसी में मौजूद पोषक तत्व और खूबियों को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने इसे सुपरफूड का दर्जा दिया है। अलसी के बीच में ओमेगा-3, फायबर, प्रोटीन, विटामिन-बी, मैग्नीशियम, आयरन, कॉपर, पोटैशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसके साबुत बीज, पाउडर और तेल तीनों रूपों में लिया जा सकता है। जानते हैं इसके फायदे और इसे…
नीम का पेड़ न केवल छाया देने के काम आता है बल्कि इसकी पत्तियां व टहनियां आपको रोगों से बचाने में उपयोगी हो सकती हैा • नीम एक प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में काम करता है। इसके कोई द़ष्प्रभाव नहीं होते हैं। यह शरीर के रक्त को शुद्ध करने का काम करता है। • नीम…