अपने बच्चों के साथ मज़ा ले इन पहेलियों के साथ उनसे पूछे और उत्तार का इंतजार करें। अगर वह जवाब न दे पाये तो हम पहेली का जवाब भी दे रहे है।
1) तीन अक्षर का उसका नाम,
उल्टा-सीधा एक समान,
आवागमन का प्रमुख साधन,
बोलो बच्चो उसका नाम?
2) लंबा तन और बदन है गोल,
मीठे रहते मेरे बोल,
तन पे मेरे होते छेद,
भाषा का मैं न करूँ भेद!
3) कर बोले कर ही सुने,
श्रवण सुने नहीं थाह,
कहें पहेली बीरबल,
बूझो अकबर शाह!
4) पूंछ कटे तो सीता,
सिर कटे तो मित्र,
मध्य कटे तो खोपड़ी,
पहेली बड़ी विचित्र!

5) प्रथम कटे तो दर हो जाऊं,
अंत कटे तो बंद हो जाऊं,
केला मिले तो खाता जाऊं,
बताओ मैं हूँ कौन?
6) लोहा खींचू ऐसी ताकत है,
पर रबड़ मुझे हराता है,
खोई सूई मैं पा लेता हूँ,
मेरा खेल निराला है!

7) चार टांग की हूँ एक नारी,
छलनी सम मेरे छेद,
पीड़ित को आराम मैं देती,
बतलाओ भैया यह भेद?
8) दो सुंदर लड़के,
दोनों एक रंग के,
एक बिछड़ जाये तो दूसरा काम न आये!
9) लाल घोडा रुका रहे,
सफ़ेद और काला घोडा भागता जाये!
10) पढ़ने में लिखने में दोनों में ही मैं आता काम,
पेन नहीं कागज़ नहीं, बताओ क्या है मेरा नाम?
Paheliyan in Hindi with Answer

11) आँखें हैं पर अंधी हूँ,
पैर हैं पर लंगड़ी हूँ,
मुँह है पर मौन हूँ,
बतलाओ तो मैं कौन हूँ?

12) जितनी ज्यादा सेवा करता,
उतना घटता जाता हूँ।
सभी रंग का नीला-पीला,
पानी के संग भाता हूँ!
बताओ क्या?
13) एक पुरुष है चार नार,
इनमें है प्यार अपार,
कभी लगाते हैं यह मार,
करते फिर भी सबको प्यार!
14) एक तालाब रस भरा,
बेल पड़ी लहराए,
फूल खिला बेल पर,
फूल बेल को खाए!
15) एक ऐसा शब्द बतायें
जिससे फूल फल और मिठाई बन जाये!
16) जब ये जलते हैं, तो रोते हैं,
सब इन्हें जलाकर खुश होते हैं!
17) चार कोनों का नगर बना,
चार कुँए बिन पानी,
चोर 18 उसमे बैठे लिए एक रानी,
आया एक दरोगा,
सब को पीट-पीट कर कुँए में डाला!
बताओ क्या?
18) दर पे तेरे बैठा हूँ मैं, करने को रखवाली,
बोलो, भैया साथ ले गए, क्यों मेरी घरवाली!
बताओ क्या?
19) काँटों से निकले,
फूलों में उलझे,
नाम बतलाओ,
तो समस्या सुलझे!
20) प्रथम कटे हाथी बन जाऊं,
मध्य कटे तो काम कहाऊं,
अंत कटे तो काग कहाऊं,
पढ़े-लिखे के काम में आऊं!
चोकुटी चार कुटी बंद लगाया भारी चाखि तो कुण ही कोनी फेर बताव खारी पहेली का सही जवाब क्या है
बहुत अच्छा पहिली है 😀