बैजर नामी ग्राम में दो आदमी बड़े मित्र भाव से बसते थे। उनमें एक का नाम पंडित शुशर्म्मा था जो अति विद्वान, सदाचारी तथा गंभीर प्रकृति का था। दूसरे मित्र का नाम सुदामा था। यह जाति का नाई था परंतु विचार में बड़ा ही न्याई था। इनका आपस में ऐसा संगठन था कि बिना एक […]