रतन टाटा टाटा समूह जो की भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक समूह है के अध्यक्ष हैं। इन का जन्म 28 दिसंबर 1937, को मुम्बई में हुआ था। टाटा समूह की स्थापना जमशेदजी टाटा ने की थी और उनके परिवार की पीढ़ियों ने इसका विस्तार किया।
टाटा समूह की उन्नति में रतन टाटा का महत्वपूर्ण योगदान है। वे देश के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। यदि उनके विचारों को अपनाया जाए तो कोई भी व्यक्ति सफल इंसान बन सकता है ऐसे ही कुछ रतन टाटा द्वारा कहे गये कुछ प्रेरणादायक विचार:-
- पावर और पैसा का मैं गलत इस्तेमाल नहीं करता।
- यदि यह सार्वजनिकता की कसौटी पर खरा उतरता है तो इसे जरूर करो।
- पूर्वजों द्वारा विरासत में मिली जीचों का महत्व समझें और इसे संरक्षित करें।
- जिस दिन मैं उड़ान भरने में सक्षम नहीं होऊंगा वह दिन मेरे लिए एक दुखद दिन होगा।
- लोगों की सेवा करने के लिए व्यवसायियों को अपनी कंपनियों के हितों से ऊपर उठने की जरूरत है।
- मैं सही निर्णय लेने में यकीन नहीं करता, बल्कि फैसले लेकर उन्हें सही साबित करने में यकीन करता हूँ।
- मेरे पास बस दो या तीन करें हैं, लेकिन जो मुझे पसंद हैं उन कारों मैं मुझे फेरारी सबसे अच्छी कार लगी जिसे मैंने चलाया है।
- मैं हमेशा से भारत के भविष्य को लेकर बहुत उत्साहित रहा हूं। मेरा मानना है कि यह महान योग्यताओं वाला एक महान देश है।
- लोहे को कोई भी नष्ट नहीं कर सकता, लेकिन उसका अपना जंग उसे नष्ट कर देता है। ठीक इसी तरह व्यक्ति को उसकी अपनी ही मानसिकता नष्ट कर सकती है।
- यदि मुझे पुन: जीने का मौका मिले तो मैं उस मौके को शायद दूसरे तरीके से करना चाहूंगा, लेकिन मैं पीछे मुड़कर यह नहीं देखना चाहता कि मैं क्या करने में सक्षम नहीं था।
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English Summery:- Ratan Tata Ke Prernadayak Vichar in Hindi, Very Motivational Quotes by Ratan Tata in Hindi