‘‘ हमारे पूर्वज सांपों के साथ खेलते थे, और आज हम माउस के साथ खेलते हैं!’’ ‘‘ मैं एक छोटा आदमी हॅूं, जो छोटे लोगों के लिये कुछ बड़ा करना चाहता हॅूं!’’ – नरेन्द्र…
सबकुछ कुछ नहीं से शुरू हुआ था। काम इतनी शांति से करो कि सफलता शोर मचा दे। भीड़ हौंसला तो देती हैं लेकिन पहचान छिन लेती हैं। जितना कठिन संघर्ष होगा जीत उतनी ही…
आज की भागती दौड़ती जिंदगी में अगर किसी से कहे की धैर्य रखना सीखो, लोग इसे बड़े हल्के ले लेते है, उन्हें लगता है जैसे दुनिया इतनी तेज और धीरज रखने की बात करते…