याद्दाश्त – कमलेश कुमार (Mother Love Short Story in Hindi) बढ़ती उम्र के साथ शांतादेवी की याद्दाशत साथ छोड़ रही थी। चीजें कहीं भी रखकर भूल जातीं, दोबारा दवा खा लेतीं। शाम को पार्क…
कहानी 1. – पालनहार की जीत मां और उसकी दो लड़कियां। दोनों बहनें वयस्क। बड़ी बहन ने जब अपने मनपसंद लड़के से शादी की ली तो मां को नागवार लगा। वह लड़का उन्हें ठीक…
यह कहानी नहीं एक सच्चाई है, आज के रिश्तों की.. एक व्यक्ति रामकिशन जिसने 14 साल की उम्रः से एक छोटे से किराना के काम से व्यवसाय शुरू किया। पिता की मृत्यु चूँकि पहले…
तोहफा -सविता मिश्रा डोरबेल बजी जा रही थी। रामसिंह भुनभुनाए ‘इस बुढ़ापे में यह डोरबेल भी बड़ी तकलीफ देती है। ‘दरवाजा खोलते ही डाकिया पोस्टकार्ड और एक लिफाफा पकड़ा गया। लिफाफे पर बड़े अक्षरों…
रात के दो बजे एक कुत्ता झोपड़ी के आगे उदास बैठा था! दूसरा कुत्ता आया और बोला:- रोज तो खूब भौकता है, आज चुप क्यों बैठा है? उदास कुत्ता बोला:- रोटी तो कई बार…
इससे बात से कोई फर्क नहीं पडता की आप विवाहित हैं या अविवाहित, अगर आप पूरी कहानी पढेगें तो आपकी आंखों में प्रेम के आंसू छलक आयेंगे!! मुकदमा दो साल तक चला …… आखिर…
एक बेटा अपने बूढ़े पिता को वृद्धाश्रम एवं अनाथालय में छोड़कर वापस लौट रहा था… . . उसकी पत्नी ने उसे यह सुनिश्चत करने के लिए फोन किया कि पिता त्योहार वगैरह की छुट्टी…