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Renuka Kapoor Delhi

प्रकृति अब कहती है – Poem in Hindi on Nature Renuka Kapoor

यही प्रकृति अब कहती है अब बस, सांस मुझे भी लेने दो तुमको जीवन दिया है मैंने अब मुझको भी जीने दो अब सांस मुझे भी लेने दो। मेरी काया मेरी ही छाया। में जीना तुमने है सीखा है मेरा ये रूप अनोखा कभी मौन हूँ, कभी हूँ, मैं शोर हवा का कभी तो नीला…

Prakriti Humein Deti Hai Sab Kuch Hindi Kavita

प्रकृति हमें देती है सब कुछ! (कविता) Nature Poem in Hindi

प्रकृति हमे देती है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखे… सूरज हमे रौशनी देता, हवा नया जीवन देती है… भूख मिटने को हम सबकी, धरती माँ अन्न देती है… पथिको को ताप्ती धुप में, पेड़ सदा देते ह छाया फूल सुगंध देते है, हम सबको फूलों की माला… पहाड़ गिरी ऊँचे ऊँचे, देते…

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