उसकी क़ातिलाना नज़र के उसकी क़ातिलाना नज़र के शिकार बन गए हैं, इंतजार करते करते ख़ुद इंतजार बन गए हैं उन्होंने मांग की थी चाँद तोड़कर ज़मीं पे लाने की, आज सितारों की नज़र में हम ग़ुनाहग़ार बन गए हैं दिन भर गलियों में ताकते हैं उनका रास्ता हम , खड़े – खड़े ही यारो […]
Category: Kavitayen
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