गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियां क्लोरोफिल, आयरन, विटामिन्स का अच्छा स्त्रोत होती है।
क्लोरोफिल शरीर में खून का स्त्राव बढ़ाने के साथ ही एनीमिया की कमी को भी दूर करता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होती है। किडनी स्टोन, कैंसर, अनिंद्रा और दांतो संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी क्लोरोफिल महत्वपूर्ण होता है। यह ब्लड क्लोटिंग में मदद करने के साथ ही घाव भरने की प्रक्रिया को भी तेज करता है। इसके अलावा शरीर में हार्मोंस को संतुलित रखने के साथ ही शरीर में विषक्त पदार्थों का निकालने में भी उपयोगी है। यह पाचन क्रिया को सुचारू कर एंटी एजिंग एजेंट का काम करता है। क्लोरोफिल में विटामिन्स के अलावा बीटा कैरोटिन भी पाया जाता है।
जानते हैं फायदे…
कैंसररोधी गुण:- कोलन कैंसर की आशंका को दूर करने में क्लोरोफिल को बहुत कारगर माना जाता है। एक अध्ययन के अनुसार डाइटरी क्लोरोफिल एक तरह से फाइटोकैमिकल होता है। यह ट्यूमर को कम करने का काम करता है। यह शरीर में हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने का काम भी करता है।
एंटी ऑक्सीडेंट गुण:- इसमें पाए जाने वाले विटामिन्स में एंटी ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होती है। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर कर फ्री रेडिकल्स से शरीर की रक्षा करते हैं। साथ ही हानिकारक मॉलीक्यूल्स से भी शरीर की रक्षा करते है।
आर्थराइटस से बचाएगा:- क्लोरोफिल में एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं, जो आर्थराइटिस से बचाने का काम करती है। एक अध्ययन से यह भी सामने आया है कि क्लोरोफिल इंफ्लेमेशन बढ़ाने वाले बैक्टीरिया की ग्रोथ को भी रोकता है। साथ ही फाइब्रोमायल्ज्यिा जैसी बीमारी का दर्द दूर करता है।
डिटॉक्सिफायर है यह:- इसमें शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने का गुण भी होता है। यह शरीर मे हानिकारक रसायन और भारी धातु जैसे मर्करी को बाहर निकालने का काम करता है। लिवर को डिटॉक्सिफाई करने में भी यह उपयोगी है। इतना ही नहीं, इसमें एंटी एजिंग एंजाइम्स भी होते हैं, जो त्वचा पर उम्र के प्रभाव को कम करता है। इसमें पाए जाने वाले एंटी आॅक्सीडेंट्स नए उत्तकों का निर्माण करते है।
पाचन क्रिया के लिए:- पाचन क्रिया को सुचारू करने में भी क्लोरोफिल महत्त्वपूर्ण होता है। इसलिए डाइट में हरी सब्जियों को शामिल करने से कोलन डिस्टॉर्डर को दूर किया जा सकता है। पेट में गैस और अपच जैसी समस्याओं का दूर करने में भी क्लोरोफिल युक्त डाइट का सेवन करना लाभकारी होता है। क्लोरोफिल अनिंद्रा की समस्या को दूर कर नर्वस सिस्टम को शांत रखता है।
इम्यूनिटी बढ़ेगी:- शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन ज्यादा किया जाना चाहिए। इस तरह की सब्जियों में पाए जाने वाले पोषक तत्व रोगों से लड़ने की ताकत देने के साथ ही शरीर में एंनर्जी के लेवल को भी बढ़ाते हैं। सांसों की दुर्गंध दूर करने के लिए भी क्लोरोफिल युक्त डाइट का सेवन किया जाना चाहिए।
तेजी से भरेगा घाव:- कुछ अध्ययनों से यह भी सामने आया है कि घाव भरने की प्रक्रिया को तेज करने में भी क्लोरोफिल महत्तवपूण होता है। यह इंफ्लेमेशन को दूर करने के साथ ही उत्तको को भी मजबूती देता है। यह कीटाणुओं को मारने के साथ ही संक्रमण को भी दूर करता है। इस तरह यह घाव के आस-पास बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है और घाव भरने की प्रक्रिया को तेज करता है।
लाल रक्त कणिकाओं का स्तर बढ़ेगा:- क्लोरोफिल लाल रक्त कणिकाओं का स्तर बढ़ाने का काम करता हैं। इससे शरीर में सभी अंगों में ऑक्सीजन का प्रवाह भी बढ़ता है। इससे रक्त संबंधी समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है। इसलिए एनीमिया की समस्या से पीड़ित लोगों को अपनी डाइट में क्लोरोफिल की मात्रा का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही यह खून को साफ करने का काम भी करता है। इसके लिए डाइट में हरी सब्जियों का ज्यादा सेवन करें।