विडंबना संस्था के अधिकारी ने एक मीटिंग की। सभी सदस्य उपस्थित हुए। यह निर्णय लिया गया कि अपने परिसर को हरा भरा रखने का दायित्व हम सब का है। इसके लिए कुछ कार्य योजना…
उस दिन की यात्रा के उन दो मिनट की बातचीत ने मेरी जि़ंदगी को नया नज़रिया दे दिया। मदद के मायने मैंने जाने। मैं ऑफिस बस से ही आती जाती हूँ। ये मेरी दिनचर्या…
एक प्राथमिक स्कूल मे अंजलि नाम की एक शिक्षिका थीं वह कक्षा 5 की क्लास टीचर थी उसकी एक आदत थी कि वह कक्षा मे आते ही हमेशा “LOVE YOU ALL” बोला करतीं थी।…
तीन लघु कथाएं 1- ईमानदारी – महेश राजा 2- प्रवचन – शुभम बैश्णव 3- पश्चाताप की अग्नि – शांतिलाल सोनी ईमानदारी – महेश राजा थ्री टीयर, स्लीपर कोच के पास बड़ी भीड़ थी।…
बहुत समय पहले की बात है, एक गाँव में एक लड़का रहता था। वह बहुत गुस्सैल था, छोटी-छोटी बात पर अपना आपा खो बैठता और लोगों को भला-बुरा कह देता। उसकी इस आदत से…
याद्दाश्त – कमलेश कुमार (Mother Love Short Story in Hindi) बढ़ती उम्र के साथ शांतादेवी की याद्दाशत साथ छोड़ रही थी। चीजें कहीं भी रखकर भूल जातीं, दोबारा दवा खा लेतीं। शाम को पार्क…
कथा 1 – अन्नदाता का अधिकार मिश्राजी अपने दोस्त के यहां आए थे। उनकी बेटी से बोले- ‘बेटा अब एमबीबीएस कंप्लीट होने के बाद आपको सरकारी अस्पताल में जॉइनिंग मिल गई है। पोस्टिंग कहां…
कहानी 1. – पालनहार की जीत मां और उसकी दो लड़कियां। दोनों बहनें वयस्क। बड़ी बहन ने जब अपने मनपसंद लड़के से शादी की ली तो मां को नागवार लगा। वह लड़का उन्हें ठीक…
यह कहानी नहीं एक सच्चाई है, आज के रिश्तों की.. एक व्यक्ति रामकिशन जिसने 14 साल की उम्रः से एक छोटे से किराना के काम से व्यवसाय शुरू किया। पिता की मृत्यु चूँकि पहले…
तोहफा -सविता मिश्रा डोरबेल बजी जा रही थी। रामसिंह भुनभुनाए ‘इस बुढ़ापे में यह डोरबेल भी बड़ी तकलीफ देती है। ‘दरवाजा खोलते ही डाकिया पोस्टकार्ड और एक लिफाफा पकड़ा गया। लिफाफे पर बड़े अक्षरों…