अपने घर जैसा आराम और सुकून किसी जगह नहीं मिलता। ऐसे में जब कोरोना वायरस की वजह से हम घर में ज्यादा से ज्यादा समय बिता रहे हैं तो जरूरी है कि इसके माहौल को खुशनुमा किया जाए। यों भी इस वायरस की वजह से कई लोग डिप्रेशन, तनाव और चिंता से जूझ रहे हैं।…
इन दिनों सर्दी का प्रभाव तेज है। तेज सर्दी जहां ठिठुरन पैदा कर देती है, वहीं बीमारियों का कारण भी बनती है। तेज सर्दी की वजह सर्दी, जुकाम, गले में खराश आदि के मामले भी अधिक देखने को मिलते है। खांसी और गले में खिचखिच तो मानो इस मौसम में आम बात है। लेकिन यह…
गर्दन का दर्द दूर करने के लिए विटामिन बी कॉम्प्लैक्स लें, यह इंफ्लेमेशन को दूर करता है। गर्दन का दर्द कई कारणों से हो सकता है जैसे विकृत होते है डिस्क संबंधी रोग, गले में अकड़न, झुनझुनी, विप्लेश, हरनिएटेड डिस्क के कारण गर्दन का चोटिल होना या स्नायु में ऐंठन। गले के वायरस संक्रमण जैसे…
आंख फड़कने के कारण कैफीन, स्ट्रेस, एलर्जी और ड्राई आई भी हो सकते हैं। आंख फड़कना सामान्य समस्या है, जो स्वत: ही कुछ समय बाद ठीक हो जाती है, लेकिन यह समस्या कई दिनों तक लगातार बनी रहे तो, तो चिकित्सक से उचित सलाह अवश्य लेनी चाहिए। यह क्रोनिक मूवमेंट डिस्ऑर्डर भी हो सकता है।…
बथुआ (Bathua / चाकवत) कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। डॉक्टरों के मुताबिक इसमें आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह रुचिकर, पाचक, रक्तशोधक, दर्दनाशक, त्रिदोषशामक, शीतवीर्य तथा बल एवं शुक्राणु वर्धक है। बथुआ की साग को नियमित रूप से खाने से कई रोगों को जड़ से तक समाप्त किया जा सकता है।…
तिल 3 प्रकार के होते है। सफेद, काले और लाल। आयुर्वेद के अनुसार सभी तिलों की किस्मों में काले तिल सर्वश्रेष्ठ हैं। ऐसे में कई औषधियों के निर्माण में काले तिल का सबसे ज्यादा प्रयोग होता है। इसमें कैल्शियम काफी होता है और इसके तेल से बने पदार्थ बेहद उपयोगी होते है जो खासकर बच्चों…
नीम का पेड़ न केवल छाया देने के काम आता है बल्कि इसकी पत्तियां व टहनियां आपको रोगों से बचाने में उपयोगी हो सकती हैा • नीम एक प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में काम करता है। इसके कोई द़ष्प्रभाव नहीं होते हैं। यह शरीर के रक्त को शुद्ध करने का काम करता है। • नीम…
यूं तो हिचकी आना सामान्य बात होती है, लेकिन लगातार हिचकी आना एक तरह की बीमारी होती है। ऐसी हिचकी को रोकना मुश्किल होता है। कई बार गले में कुछ फंसने, मौसम में बदलाव या तेज मिर्च मसाला खाने से हिचकियां शुरू हो जाती हैं। इससे बचने के लिए कुछ घरेलु नुस्खे अपनाए जा सकते…
गिलोय उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए शर्करा का स्तर बनाए रखने में मदद करती है। यह दिल से संबंधित बीमारियों से बचाए रखता है। आयुर्वेद हो या एलोपैथी गिलोय के फायदों पर सभी एकमत हैं। दुनिया भर में हुए शोधों में साबित हो चुका है कि गिलोय किसी अमृत से कम…
काले चने साबुत या अंकुरित दोनों ही फायदेमंद है। कब्ज, डायबिटीज, एनिमिया, हृदय रोगियों के लिए काला चना लाभदायक है तो त्वचा निखारता है और कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटाता है। कई शोधों में यह साबित हो गया है कि काले चने का अगर नियमित सेवन किया जाए तो कई बीमारियों से मुक्ति मिल सकती है।…