गर्दन के दर्द को न लें हल्‍के में!!

गर्दन का दर्द दूर करने के लिए विटामिन बी कॉम्‍प्‍लैक्‍स लें, यह इंफ्लेमेशन को दूर करता है।

गर्दन का दर्द कई कारणों से हो सकता है जैसे विकृत होते है डिस्‍क संबंधी रोग, गले में अकड़न, झुनझुनी, विप्‍लेश, हरनिएटेड डिस्‍क के कारण गर्दन का चोटिल होना या स्‍नायु में ऐंठन। गले के वायरस संक्रमण जैसे सामान्‍य संक्रमण के परिणामस्‍वरूप भी ग्रंथियों में सूजन और गले में दर्द की शिकायत हो सकती है। गले का दर्द टीबी एवं रीढ़ की हड्डी में संक्रमण तथा मेनिनजाइटिस की वजह से भी सकता है। इसके अलावा खेल, वाहन चालना या घुड़सवारी के दौरान हो जाने वाली दुर्घटनाओं के बाद भी गले में दर्द होता है। गले में दर्द की वजह से कई बार कुछ भी खाना-पीना मुश्किल हो जाता है। सिरदर्द, चेहरे, कंधे में होने वाले दर्द भी गले को प्रभावित करते है। ऐसे में कुछ घरेलू उपाय आजमाएं…

खिंचाव से हो सकता है दर्द

गले और पीठ के ऊपरी हिस्‍से की मांसपेशियों में खिचाव और सर्वाइकल वर्टिब्रा से निकलने वाली तंत्रिकाओं की ऐंठन की वजह से यह दर्द हो सकता है। हमारे सिर को गले के निचले हिस्‍से और पीठ के ऊपरी हिस्‍से का समर्थन मिलता है। अगर यह समर्थन व्‍यवस्‍था नकारात्‍मक रूप से प्रभावित होगी तो शरीर का यह पूरा हिस्‍सा दर्द की चपेट में आ सकता है।

योग से मिलेगा आराम

गर्दन के दर्द से राहत पाने के लिए योग करना भी जरूरी है। दरअसल, कई बार तनाव मांसपेशियों में खिंचाव लाने का काम करता है, जिससे दर्द होने लगता है। ऐसे में यदि योग और मेडिटेशन किया जाए तो गर्दन के दर्द से आराम पाया जा सकता है। इसके लिए भरद्वाजासन, मार्जरासन, उत्‍तान शीशेसन, बालासन, शवासन जैसे आसन किए जा सकते है। ये आसन एक्‍सपर्ट्स की देखरेख में ही करने चाहिए।

एसेंशियल ऑयल

गर्दन का दर्द दूर करने के लिए कुछ बूंद पुदीने का तेल, कुछ बूंदे लिवेंडर ऑयल, कुछ बूंदें बेसिल ऑयल, कुछ बूंदे साइप्रस ऑयल, एक छोटा चम्‍मच ऑलिव ऑयल आदि सभी को अच्‍छे से मिलाकर गर्दन की मसाज करें। इस तेल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते है, जो खिंचाव दूर करता है।

एपल साइडर विनेगर

एक पेपर नेपकिन पर एपल साइडर विनेगर डालें और उसे आधा घंटा तक गर्दन पर रखें। दिन में दो बार इस उपाय को करने से दर्द से आराम मिलेगा। इसमें एंटी ऑक्‍सीडेंट्स और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते है, जो गर्दन की मांसपेशियों को रिलेक्‍स करने के साथ ही दर्द से भी आराम दिलाता है।

गर्दन की मसाज करें।

गर्दन की मसाज के लिए जैजून, सरसों या नारियल के तेल का उपयोग किया जा सकता है। गर्म पानी से नहाने के बाद गुनगुने तेल से मसाज की जानी चाहिए। हल्‍के हाथ से गर्दन पर गोलाई से घुमाते हुए मसाज करें। मसाज से रक्‍त संचार बढ़ता है और अच्‍दी नींद आती है। दिन में दो बार मसाज करने से गर्दन के दर्द से काफी हद तक आराम पा सकते हैं।

व्‍यायाम करें।

गर्दन के दर्द से राहत पाने के लिए एक्‍सरसाइज की जा सकती है। यह गर्दन की मांसपेशियों को मजबूती देने के साथ ही खिंचाव भी दूर करता है। अपनी गर्दन को आगे और पीछे, दाई और बाई तरु झुकाएं। इससे आपको आराम मिलेगा। इस एक्‍सरसाइज को नियमित करने से मांसपेशियां मजबूत होती है। यदि फिर भी आराम न आए तो चिकित्‍सक से मिलें।

आइस पैक

बर्फ के टुकड़ों को एक पतले रूमाल में रखें और इससे गर्दन की सिकाई करें। दिन में चार बार इस प्रयोग को करने से गर्दन का इंफ्लेमेशन दूर होगा और मांसपेशियों की सख्‍ती कम होगी। गर्दन का दर्द दूर करने के लिए विटामिन डी, बी, सी का सप्‍लीमेंट भी लिया जा सकता है। यदि गर्दन के दर्द से फिर भी राहत न मिले तो नेक कॉलर का उपयोग किया जाना चाहिए।


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