मुग़ल बादशाह अकबर उदारतावादी थे। इसलिए बादशाह अकबर समय-समय पर अपनी प्रजा से मिलने के लिए प्रजा मिलन दरबार लगाया करते थे। दरबार में बादशाह अकबर लोगों से मिलते उनको सुनते और जिनसे प्रसन्न होते उनको उपहार देते। एक बार इसी प्रकार का दरबार लगाया था। दूर-दूर से सभी लोग मिलने आ रहे थे। एक…