माँ न जाने क्यों मुझे अब माँ की बहोत याद आती है कुछ कहने पर, अपनी बेटी को जैसे वह मुँह बनती है, मुझे मेरी ही याद दिलाती है न जाने क्यों, मुझे माँ की बहोत याद आती है उसका वो सुबह, जल्दी उठना साथ मुझे उठाना मुँह बनता था, मेरा भी की इतनी जल्दी […]
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