विडंबना संस्था के अधिकारी ने एक मीटिंग की। सभी सदस्य उपस्थित हुए। यह निर्णय लिया गया कि...
Short Stories in Hindi
लघुकथा – मालिक किसान ‘ज़मीदार’ होता है, ज़मीन का मालिक। लेकिन इसका अहसास कितने लोगों को होता...
तीन लघु कथाएं 1- ईमानदारी – महेश राजा 2- प्रवचन – शुभम बैश्णव 3- पश्चाताप की अग्नि...
बहुत समय पहले की बात है, एक गाँव में एक लड़का रहता था। वह बहुत गुस्सैल था,...
कथा 1 – अन्नदाता का अधिकार मिश्राजी अपने दोस्त के यहां आए थे। उनकी बेटी से बोले-...
डोरबेल बजी जा रही थी। रामसिंह भुनभुनाए ‘इस बुढ़ापे में यह डोरबेल भी बड़ी तकलीफ देती है।...
मुंबई स्टेशन पर खड़ी ट्रेन का इंजतार कर रही थी। मैं प्लेटफॉर्म पर बैठी पत्रिका पढ़ने का...
असली चेहरा! अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सोसाइटी की चार वायोव़द्ध महिलाओं को संमानित करके सोसाइटी के सचिव...
रात के दो बजे एक कुत्ता झोपड़ी के आगे उदास बैठा था! दूसरा कुत्ता आया और बोला:-...
बीती रात तनाव भरी गुजरने की वजह से सुबह आंख करीब दस बजे खुली। बच्चे कॉलेज जा...